मैं ज्योति एक बार फिर आपका अपने ब्लॉग पर स्वागत करती हूँ .आज मैं आपके लिए एक ऐसे विषय को लेकर आयी हूँ जिसके अभाव में बहुत ही बुद्धिमान और बलशाली व्यक्ति भी जीवन के दौर में पीछे रह जाते है .
विषय है :
आत्मविश्वास (SELF CONFIDENCE )
आत्मविश्वास वह संजीवनी है जो किसी भी व्यक्ति को फर्श से अर्श तक पंहुचा सकती है. व्यक्ति उम्र के किसी भी पड़ाव में हो इसकी जरुरत हर किसी को होती है
चाहे वो पुरुष हो या महिला हो, बच्चे हों या बुजुर्ग .
अपनी सोच को हमेशा सकारात्मक रखें. जब आपकी सोच सकारात्मक होगी तो आप हर समस्या का समाधान आसानी से ढूंढ सकते हैं, जिससे आपका आत्मविश्वास बढेगा .
अपने लक्ष्यों को छोटे छोटे भाग में बांटे .जब आप छोटा छोटा काम पूरा करते जायेंगे तो आपके अंदर आत्मविश्वास स्वतः बढेगा.
खुद का दोस्त बनना होगा, जब आप खुद का दोस्त बनते हैं तो आप बारीकी से अपने आप को जान सकेंगे और अपनी कमिओं को आसानी से दूर कर पाएंगे. जब आपकी कमियां दूर होंगी तो आपका आत्मविश्वास बढेगा.
दूसरों से कभी भी अपनी तुलना ना करें, तुलना हमेशा खुद से करें, खुद आकलन करें . क्या बीते हुए कल से कुछ नया सीखें हैं की नही .जब आप ऐसा करते जाएंगे तो आपको अनुभूति होगी की आपका आत्मविश्वास बढ़ रहा है.
हमेशा कर्म को आधार बनाएं अपना हर काम पुरे ईमानदारी व सच्चाई से सम्पन्न करें .खुद अंदर से एक सुकून का एहसास होगा जो आपके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा.
दिखावा में कोई काम ना करें जिस काम को करने से आपके दिल को प्रस्सनता मिले वही काम करें .जब काम आपके पसंद का होगा तो आप उसमे अपना सत् प्रतिशत देंगे जो आपको सफल बनाएगा और आत्मविश्वास को बढ़ाएगा.
किसी भी काम को शुरू करने से पहले पूर्ण जानकारी कर लें ताकि उसे पुरे आत्मविश्वास से करें.
आपका कार्य सफल हो.
धन्यवाद
अगले ब्लॉग में एक नए विषय के साथ फिर उपस्तिथ होऊंगी .
इसे शेयर करना ना भूलें .
विषय है :
आत्मविश्वास (SELF CONFIDENCE )
आत्मविश्वास वह संजीवनी है जो किसी भी व्यक्ति को फर्श से अर्श तक पंहुचा सकती है. व्यक्ति उम्र के किसी भी पड़ाव में हो इसकी जरुरत हर किसी को होती है
चाहे वो पुरुष हो या महिला हो, बच्चे हों या बुजुर्ग .
अपनी सोच को हमेशा सकारात्मक रखें. जब आपकी सोच सकारात्मक होगी तो आप हर समस्या का समाधान आसानी से ढूंढ सकते हैं, जिससे आपका आत्मविश्वास बढेगा .
अपने लक्ष्यों को छोटे छोटे भाग में बांटे .जब आप छोटा छोटा काम पूरा करते जायेंगे तो आपके अंदर आत्मविश्वास स्वतः बढेगा.
खुद का दोस्त बनना होगा, जब आप खुद का दोस्त बनते हैं तो आप बारीकी से अपने आप को जान सकेंगे और अपनी कमिओं को आसानी से दूर कर पाएंगे. जब आपकी कमियां दूर होंगी तो आपका आत्मविश्वास बढेगा.
दूसरों से कभी भी अपनी तुलना ना करें, तुलना हमेशा खुद से करें, खुद आकलन करें . क्या बीते हुए कल से कुछ नया सीखें हैं की नही .जब आप ऐसा करते जाएंगे तो आपको अनुभूति होगी की आपका आत्मविश्वास बढ़ रहा है.
हमेशा कर्म को आधार बनाएं अपना हर काम पुरे ईमानदारी व सच्चाई से सम्पन्न करें .खुद अंदर से एक सुकून का एहसास होगा जो आपके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा.
दिखावा में कोई काम ना करें जिस काम को करने से आपके दिल को प्रस्सनता मिले वही काम करें .जब काम आपके पसंद का होगा तो आप उसमे अपना सत् प्रतिशत देंगे जो आपको सफल बनाएगा और आत्मविश्वास को बढ़ाएगा.
किसी भी काम को शुरू करने से पहले पूर्ण जानकारी कर लें ताकि उसे पुरे आत्मविश्वास से करें.
आपका कार्य सफल हो.
धन्यवाद
अगले ब्लॉग में एक नए विषय के साथ फिर उपस्तिथ होऊंगी .
इसे शेयर करना ना भूलें .